Saturday, April 12, 2014


क्यों पता नहीं क्यों ? हम क्यों इतने मजबूर है?? क्यों पैसा बनाना इतना जरूरी है??? क्यों हम हमेशा बच्चों जैसे निश्छल नहीं रह सकते???? क्यों हमेशा हमारे अपने हमारे अपने नहीं रहते ?????

मुझे घर जाना है। मुझे  गॉव जाना है। मुझे उन गरम दोपहरों में बिना पंखे एयर कंडीशनर के सोना है।